11. और वे तुझे हाथों हाथ उठा लेंगे ऐसा न हो कि तेरे पांव में पत्थर से ठेस लगे।
12. यीशु ने उस को उत्तर दिया; यह भी कहा गया है, कि तू प्रभु अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।
13. जब शैतान सब परीक्षा कर चुका, तब कुछ समय के लिये उसके पास से चला गया॥
14. फिर यीशु आत्मा की सामर्थ से भरा हुआ गलील को लौटा, और उस की चर्चा आस पास के सारे देश में फैल गई।
15. और वह उन की आराधनालयों में उपदेश करता रहा, और सब उस की बड़ाई करते थे॥