यिर्मयाह 6:27-29 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

27. मैं ने इसलिये तुझे अपनी प्रजा के बीच गुम्मट वा गढ़ ठहरा दिया कि तू उनकी चाल परखे और जान ले।

28. वे सब बहुत ही हटी हैं, वे लुतराई करते फिरते हैं; उन सभों की चाल बिगड़ी है, वे निरा ताम्बा और लोहा ही हैं।

29. धौंकनी जल गई, शीशा आग में जल गया; ढालने वाले ने व्यर्थ ही ढाला है; क्योंकि बुरे लोग नहीं निकाले गए।

यिर्मयाह 6