18. उसने प्रतापी राजाओं को भी मारा, उसकी करूणा सदा की है।
19. एमोरियों के राजा सीहोन को, उसकी करूणा सदा की है।
20. और बाशान के राजा ओग को घात किया, उसकी करूणा सदा की है।
21. और उनके देश को भाग होने के लिये, उसकी करूणा सदा की है।
22. अपने दास इस्राएलियों के भाग होने के लिये दे दिया, उसकी करूणा सदा की है।