नीतिवचन 1:14-20 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

14. तू हमारा साझी हो जा, हम सभों का एक ही बटुआ हो,

15. तो, हे मेरे पुत्र तू उनके संग मार्ग में न चलना, वरन उनकी डगर में पांव भी न धरना;

16. क्योंकि वे बुराई की करने को दौड़ते हैं, और हत्या करने को फुर्ती करते हैं।

17. क्योंकि पक्षी के देखते हुए जाल फैलाना व्यर्थ होता है;

18. और ये लोग तो अपनी ही हत्या करने के लिये घात लगाते हैं, और अपने ही प्राणों की घात की ताक में रहते हैं।

19. सब लालचियों की चाल ऐसी ही होती है; उनका प्राण लालच ही के कारण नाश हो जाता है॥

20. बुद्धि सड़क में ऊंचे स्वर से बोलती है; और चौकों में प्रचार करती है;

नीतिवचन 1