26. और उससे मिलाप वाले तम्बू का, और साक्षीपत्र के सन्दूक का,
27. और सारे सामान समेत मेज़ का, और सामान समेत दीवट का, और धूपवेदी का,
28. और सारे सामान समेत होमवेदी का, और पाए समेत हौदी का अभिषेक करना।
29. और उन को पवित्र करना, जिस से वे परमपवित्र ठहरें; और जो कुछ उन से छू जाएगा वह पवित्र हो जाएगा।