4. सो याकूब ने चरवाहों से पूछा, हे मेरे भाइयो, तुम कहां के हो? उन्होंने कहा, हम हारान के हैं।
5. तब उसने उन से पूछा, क्या तुम नाहोर के पोते लाबान को जानते हो? उन्होंने कहा, हां, हम उसे जानते हैं।
6. फिर उसने उन से पूछा, क्या वह कुशल से है? उन्होंने कहा, हां, कुशल से तो है और वह देख, उसकी बेटी राहेल भेड़-बकरियों को लिये हुए चली आती है।
7. उसने कहा, देखो, अभी तो दिन बहुत है, पशुओं के इकट्ठे होने का समय नहीं: सो भेड़-बकरियों को जल पिलाकर फिर ले जा कर चराओ।
8. उन्होंने कहा, हम अभी ऐसा नहीं कर सकते, जब सब झुण्ड इकट्ठे होते हैं तब पत्थर कुएं के मुंह से लुढ़काया जाता है, और तब हम भेड़-बकरियों को पानी पिलाते हैं।